Sunday 8 November 2015

प्रेस विज्ञप्ति  
सतरंगी यादों के साथ चित्तौड़गढ़ आर्ट फेस्टिवल संपन्न 

चित्तौड़गढ़ 7 नवम्बर 2015

चित्तौड़गढ़ दुर्ग पर ज़िला प्रशासन और चित्तौड़गढ़ आर्ट सोसायटी द्वारा आयोजित चित्तौड़गढ़ आर्ट फेस्टिवल दीपोत्सव का छ नवम्बर की शाम समापन हो गया। यहाँ तीन दिनों में चित्रकारों ने अपने चित्रांकन और एतिहासिक स्थलों के भ्रमण के दौरान बहुत सारी यादें संजोई है। मुख्य प्रायोजक मेवाड़ विश्वविद्यालय के सहयोग से आयोजित हुए इस फेस्टिवल में लगभग दर्जनभर चित्र बनाकर तैयार हुए हैं जिनमें रानी पद्मिनी, जोड़ला पोल, कीर्ति स्तम्भ, नगरी दीप स्तम्भ, विजय स्तम्भ, राणा रतन सिंह महल और बस्सी सेंचुरी के दृश्य साकार हो सके। समापन सत्र में दर्शकों और अतिथियों ने प्रदर्शनी देख बहुत सराहना की।सतरंगी यादों के साथ आर्ट फेस्टिवल का समापन हुआ है

श्रीसांवलियाजी विश्रांति गृह में आयोजित हुए समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला कलेक्टर वेद प्रकाश ने शामिल हुए चित्रकारों का प्रमाण पत्र भेंट कर अभिनन्दन किया।इसी मौके पर बतौर विशिष्ट अतिथि श्री सांवलियाजी मंदिर मंडल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुरेश चन्द्र और मेवाड़ एज्युकेशन सोसायटी के सचिव गोविन्द गदिया ने महाप्रसाद और उपरना भेंट किया। सत्र का संचालन करते हुए चित्तौड़गढ़ आर्ट सोसायटी के संयोजक मुकेश शर्मा ने राजकीय संग्रहालय फतह प्रकाश महल,सांवलियाजी मंदिर मंडल सहित विजन स्कूल ऑफ़ मैनेजमेंट और भारत स्काउट गाइड विभाग सहित सभी सहयोगियों का आभार व्यक्त किया

इस अवसर पर आर्ट फेस्टिवल में निस्वार्थ भाव से सेवा देने वाले सभी स्वयंसेवकों को भी प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। शुरुआत में प्रसिद्द गायक जोड़ी संजय कोदली और भगवती लाल सालवी ने म्हारो वीर शिरोमणी देश जैसी रचना गाकर माहौल यादगार बना दिया। आर्ट सोसायटी के संरक्षक डॉ.ए.एल.जैन ने सत्र का संचालन करते हुए कहा कि इस आयोजन में प्रदर्शनी सहित आर्ट केम्प में भागीदारी के अलावा सभी चित्रकारों ने मण्डपिया स्थित मंदिर दर्शन के अलावा दुर्ग चित्तौड़ में संचालित लाइट एंड साउंड शो का भी आनंद लिया। सभी मेहमान चित्राकार चित्तौड़गढ़ की गौरवशाली विरासत से बहुत अभिभूत हुए। चित्रकारी को लेकर हुए इस दूसरे सालाना जलसे में लेंड स्केप मॉड में बनी चित्राकृतियों में कलाकारों ने सभी माध्यमों के साथ काम किया। इस मौके पर स्पिक मैके के सहसचिव पूर्णिमा मेहता, शाहबाज पठान, विजन स्कूल ऑफ़ मैनेजमेंट की निदेशक डॉ. साधना मंडलोई, महेंद्र नंदकिशोर, मेवाड़ विश्वविद्यालय छात्र जुनेद शैख़ सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे। 

मुकेश शर्मा,चित्तौड़गढ़ आर्ट फेस्टिवल संयोजक

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